कोरोना संकट : लापरवाही बरतने पर डाक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज - पहाड़ रफ्तार

विश्वव्यापी कोरोना संकटकाल में डाक्टर दुनियां में भगवान की भूमिका निभा रहे हैं। इस संकट में जहां सभी डाक्टर अपनी जान की परवाह किए पूरे मनोयोग से कोरोन से लड़ने में डटे हैं वहीं जनपद चमोली के तैनात डा0 संजय कुमार गुप्ता अपने पेशे को ही धूमिल करने में लगे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जोशीमठ में कार्यरत डा0 गुप्ता का पिछले महीने 23 मार्च को जोशीमठ से देवाल स्थानान्तरण होने पर भी आतिथि तक उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण नही किया है और लगातार अपने उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। जो कि इस मुश्किल समय में बहुत बड़ी अनुशासनहीनता है और मानवीय दृष्टिकोण से भी गलत है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों के क्रम में डा0 गुप्ता के खिलाफ घोर लापरवाही बरतने पर आपदा प्रबन्धन अधिनियम की धारा-188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 केके सिंह ने बताया कि कोेरोना महामारी की रोकथाम के लिए जनपद स्तर पर 18 मार्च को आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में भी डा0 गुप्ता नदारद रहे। इससे पूर्व भी राजकीय, विभागीय और मासिक बैठकों में भी शामिल नही हुए। स्पष्टीकरण में संतोषजनक जबाव न देने पर डा0 गुप्ता को विशेष प्रतिकूल प्रविष्ठि भी जारी की गई। इसके बाद कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत 19 मार्च को डा0 गुप्ता को जोशीमठ में आए देश विदेश के नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण के लिए निर्देशित किया गया। लेकिन इनके द्वारा यहां पर भी कोई कार्यवाही नही की गई। कोरोना महामारी के दृष्टिगत जनपद की व्यवस्था के मध्येनजर डा0 गुप्ता को जोशीमठ से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जैनविष्ट देवाल स्थानान्तरित किया गया। बार बार अनुरोध करने पर भी पिछले 23 मार्च को जोशीमठ से कार्यमुक्त होने के बावजूद आतिथि तक डा0 गुप्ता ने अपने नए कार्यस्थल पर तैनाती नही दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोरोना संकट की इस मुश्किल घड़ी में भी सौंपे गए कार्यो एवं दायित्वों का निर्वहन न किए जाने और आतिथि तक नवीन तैनाती स्थल पर अपना योगदान न देने तथा उच्चाधिकारियों की आदेशों की लगातार अवहेलना करने पर डा0 गुप्ता के खिलाफ आपदा प्रबन्धन अधिनियम की धारा-188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।