पौधों से मिलती प्राण वायु प्रकृति को ये शुद्ध करते, पौधों से खिली धरा हमारी खिली खिली है फिजा सारी - मनोज तिवारी,निशान्त

मनोज तिवारी,,निशान्त
पिता का नाम-स्वर्गीय चक्रधर तिवारी
विषय-पर्यावरण बचाओ एक पेड लगाओ
विधा-छंद मुक्त


**********
धरा के ये आभूषण है,
पर्यावरण के भूषण है।
हरी भरी धरती सारी,
शुद्ध पवन निर्मल जल।।


पौधों से मिलती प्राण वायु,
प्रकृति को ये शुद्ध करते।
पौधों से खिली धरा हमारी,
खिली खिली है फिजा सारी।


ये धरा के है प्रहरी
एक पौद्ध सौ पुत्र समाना,
रोप पौद्ध कर्ज धरा का।
मिलता पुण्य प्रसादा।।


धरा की ये जान है,
हम सबकी ये शान है।
ये हम सबके सच्चे साथी,
निश्चल निष्पाप है।।


हम मिलकर करे प्रण,
धरा का करें श्रंगार।
लगाए एक पौद्ध,
मिले अवसर जो भी।।


*********
मनोज तिवारी,निशान्त,,