भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं अध्यक्ष उत्तराखंड वन पंचायत सलाहकार परिषद राज्यमंत्री वीरेंद्र सिंह बिष्ट विकासखंड थराली के कार्यकर्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों /वनपंचायत सरपंचों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। तत्पश्चात श्री वीरेंद्र सिंह के द्वारा विकासखंड थराली के सभागार में वन पंचायत सरपंचों/ग्राम प्रधानों/क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं वन कर्मियों के साथ संयुक्त रुप से बैठक की। बैठक में विष्ट ने कहा कि वन पंचायत है सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर हो इसके लिए सभी वन पंचायत सरपंचों को वन पंचायत नियमावली एवं अपने अधिकारों के बारे में जागरूक और सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में सरपंचों की भूमिका अहम हो जाती है कि पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण कर वन पंचायतों को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने की पहल करनी चाहिए।
पंचायत क्षेत्र अंतर्गत अनेकों प्रकार की जड़ी बूटी लिसा एवं खनन के माध्यम से रॉयल्टी लेकर और दोहन कर वन पंचायतों को सुदृढ़ किया जा सकता है। वही रिंगाल जड़ी बूटी और सुखी जंगल में पड़ी लकड़ियों का दोहन कर भी हम पंचायत की आमदनी बढ़ाई जा सकती है।वर्तमान समय में सरकार जाईका के माध्यम से भूस्खलन के रखरखाव के लिए चेकडैमों , चाल, खाल का निर्माण कर जल संवर्धन एवं जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। हम सबको ईमानदारी से जन सेवा के कार्य करने होंगे। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की महत्त्वाकांक्षी योजना न्यायपंचायत स्तर पर कृषकों के उत्पादों को ग्रोथसेंटरों के माध्यम से ब्रान्डिगं कर उचित दामों पर विक्रय कर किसानों की आय दुगनी करनें के लक्ष्य के तहत ग्रोथसैंटरों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान स्वय सहायता समूहों एवं क्लस्टरों में जा कर सभी कास्तकारों से पूछ कर समस्याएं सुनी। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी रघुवीर सिंह बिष्ट, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विक्रम सिंह नेगी, क्षेत्र प्रमुख दर्शन सिंह दानू, प्रमुख थराली श्रीमती कविता देवी, परियोजना निदेशक मंगल अध्यक्ष रणजीत सिंह नेगी, सांसद प्रतिनिधि रमेश, वनक्षेत्राधिकारी थराली गोपाल सिंह बिष्ट, एडवोकेट हरेन्द्र सिंह नेगी, वन पंचायत सरपंच सभी वन दरोगा एवं वनवीट अधिकारी आदि उपस्थित रहे।