बद्रीनाथ : जांबाज बेटा:साइकिल से भारत के आखिरी गांव माणा से कन्याकुमारी तक का सफर शुरू
स्वच्छ हिमालय, फिटनेस और साइकिलिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य लेकर बामणी गांव बदरीनाथ के सोमेश पंवार अकेले तय करेंगे 4035 किलोमीटर का सफर सोलो ट्रिप
उत्तराखंड के बामणी गांव बदरीनाथ (पांडुकेश्वर) के एक जांबाज बेटे ने लोगों को जागरुक करने के लिए एक मिसाल पेश की है। स्वच्छ हिमालय , प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के युवाओं को फिटनेस मंत्र साइक्लिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ साईकल यात्रा भारत के आखिरी गांव माणा से शुरू की। सोमेश पंवार (26) माणा से कन्याकुमारी तक लगभग 4035 किलोमीटर की दूरी साइकिल से लगभग 40 दिनों में तय करेंगे।
रविवार को माणा गांव में बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी
श्री भुवनचंद्र उनियाल ने मंत्रोच्चारण के साथ सोमेश पंवार की साईकल यात्रा को हरी झंडी दिखायी और अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बामणी गांव का यह जाबांज बेटा माणा बामणी अपितु पूरे बदरीनाथ के बेटा है जो यह साहसिक एवं लोगों को जागरूक करने हेतु दृढ़ संकल्पित है। हम सभी आज भगवान बदरीविशाल जी से सफल सुंदर विजय यात्रा की मनोकामना करते हैं।
बता दें बदरीनाथ धाम में नवम्बर की कड़कड़ाती ठंड के साथ सोमेश ने अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने इस अवसर पर अपने माता-पिता एवं सभी मित्रों को धन्यवाद दिया और बदरीनाथ से रवाना हुए।
इस अवसर पर बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल, माणा के प्रधान पीताम्बर मोल्फ़ा, नगर पंचायत के ईओ सुनील पुरोहित, एसआई मैठाणी, पर्वतारोही विमलेश पंवार, बीजेपी के अंशुमान भंडारी, रितेश सनवाल, मनदीप भंडारी, अमन मेहता समेत ग्रामवासी मौजूद थे।