सरकार की पोल खोलती सीमांत की स्वास्थ्य व्यवस्था - संजय कुंवर जोशीमठ की रिपोर्ट : पहाड़ों में सरकार सड़क स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतों क़ो किसी कदर पूरा कर रही आप इन तस्वीरों से समझ सकते हैं। सड़क औऱ स्वस्थ की सुविधा न होने से ये एक महिला किस कदर दर्द से तड़प रही। घबराये नही ये भावुक मंजर सीमान्त के दूरस्थ गावों में आये दिन देखा जा सकता है.शायद सीमान्त जोशीमठ प्रखण्ड के इन दूरस्थ गाँव की मातृ शक्ति का यही नशीब होगा.महिला सशक्तिकरण.और विकास का नारा लगाने वाले सरकार के जन प्रतिनिधि और अधिकारी मूकबघिर बने बैठे हैं.जोशीमठ के दूरस्थ गाँव तिरोसी की महिला बिंदु देवी का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ने से परिजनों द्वारा डंड़ियों से स्ट्रेचर बनाकर 10 किलोमीटर पैदल पथरीले संकरे रास्तों से कंधों पर उठाकर.मुख़्य सड़क तक लाए। यंहा से बिन्दु देवी क़ो ईलाज हेतु मुख़्य हॉस्पिटल ले जाया गया है.एक बिन्दु देवी ही नही सीमांत विकास खंड के दर्जनों गाँव आज भी विकास की आस लगाए बैठे हैं.यहां के लोगों को सड़क और स्वास्थ्य की सुविधाए पता नही कब नशीब होगी.तबतक इन गाँव में बिंदु देवी के जैसे हई मातृ शक्ति .नौनिहाल बुजुर्ग बिमार होने पर दर्द से कराहते रहेंगे इनका दर्द न सरकार और ना ही सरकार के नुमाइंदों को आज तक सुनाई दिया और ना अब सुनाई देगा.विकास की बाट जोहते सीमान्त के इन गाँव के लोग कब तक यू ही दर्द से तड़पते रहेंगे ये बड़ा सवाल है ?