विश्व धरोहर फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क से बड़ी खबर
संजय कुँवर घाँघरिया जोशीमठ
एनडीबीआर बफर जॉन में 10 वन्य जीव तस्करों की धरपकड़ के बाद अब चमोली जिले की दूसरी विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क प्रबंधन हुआ अलर्ट। करीब 86,50 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला यह उद्यान दुर्लभ वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास है, वहीं ये राष्ट्रीय पार्क अपनी दुर्लभ जैव विविधताओं के साथ 350 किस्म के अल्पाइन पुष्पों की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है।
घाँघरिया सहित पार्क के मुख्य पड़ावों में बढ़ाई चौकसी और लंबी दूरी की गश्त। शीतकाल में बढ़ते वन्य जीव तस्करों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए फूलों की घाटी नेशनल पार्क में अब अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है।पार्ककर्मी लगातार गश्त और लंबी दूरी की पेट्रोलिंग कर इस विश्व धरोहर की सुरक्षा में जुटे हुए हैं,बता दें की ये नेशनल पार्क शीत काल में पूरी तरह पर्यटक के लिए बंद रहता है। हर वर्ष एक जून को आम पर्यटक के लिए ये विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क खोला जाता है। जहाँ हर साल जून माह से अक्टूबर माह तक देश विदेश के लाखों प्रकृति प्रेमी घाटी का दीदार करने इस नेशनल पार्क में पहुँचते हैं।