केदारघाटी की पहाड़ियों पर बर्फबारी, निचले इलाकों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ

ऊखीमठ : केदार घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में विगत दो दिनों से बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। निचले क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड महसूस होने से लोग घरों में कैद रहने को विवश हो गये हैं। निचले क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से रूद्रप्रयाग - गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे सहित सभी सम्पर्क मोटर मार्ग जगह - जगह कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने पड़ रही है। निचले क्षेत्रों में विगत दो दिनों से हो रही बारिश के कारण कई गावों में होने वाले किक्रेट प्रतियोगिताओं पर भी विराम लग गया है।


आने वाले दिनों में यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार रहा तो सीमान्त क्षेत्रों में भी जमकर बर्फबारी की सम्भावना बनी हुई है।बता दें कि केदार घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में विगत दो दिनों से बर्फबारी होने से केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, पवालीकांठा, वासुकीताल, मनणामाई खाम,पाण्डवसेरा, नन्दीकण्ड , विसुणीताल सहित ऊंचाई वाला भूभाग बर्फबारी से लदक हो गया है। निचले क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से आम जनजीवन अस्त - व्यस्त हो गया है! निचले क्षेत्रों में बारिश होने से कड़ाके की ठंड महसूस होने से लोग घरों में कैद रहने के लिए विवश हो गये है तथा मवेशियों के लिए चारा पत्ती का संकट खडा़ हो गया है। निचले क्षेत्रों में निरन्तर बारिश होने से रूद्रप्रयाग - गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे भीरी से सोनप्रयाग के मध्य कई स्थानों में कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर सफर करना पड़ रहा है! गुप्तकाशी - कालीमठ - चौमासी ,    ऊखीमठ - मनसूना - रासी      मोटर मार्ग भी जगह - जगह जानलेवा बना हुआ है! आने वाले दिनों में यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार रहा तो सीमान्त गाँव भी बर्फबारी से लदक होने की सम्भावना बनी हुई है! प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत ने बताया कि केदार घाटी के हिमालयी क्षेत्रों में विगत दो दिनों से बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में निरन्तर बारिश होने से सम्पूर्ण केदार घाटी शीतलहर की चपेट में आ गयी है! कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल ने बताया कि निचले क्षेत्रों में हो रही बारिश काश्तकारों की फसलों के लिए शुभ मानी तो जा रही है मगर अत्यधिक ठंड महसूस होने से लोग घरों में कैद रहने के लिए विवश हो गये है