संजय कुँवर जोशीमठ
साल की पहली बर्फबारी के बाद भू - बैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ और हिम क्रीड़ा स्थली पूरी तरह बर्फ के आगोश में है।चारों तरफ सफेद बर्फ की चादर ओढ़े बदरी धाम और पर्यटन स्थली औली की ये दो खूबसूरत नजारे आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं,BRO यहाँ विषम परिस्थितियों में भी देश के आखिरी सरहदी गाँव माणा बॉर्डर तक सड़क से भारी बर्फ के बोल्डर हटाने में तत्पर है।
वही दूसरी तरफ जोशीमठ औली मोटर मार्ग पर बर्फबारी के बाद अब पाला पर्यटक वाहनों के लिए चुनोती बना हुआ है। लोक निर्माण विभाग द्वारा औली रोड पाले से निपटने के लिए अब तक कोई ठोस उपाय नही किये गए हैं।यहाँ रोड पर नही चूना डाला गया है और नही नमक का छिड़काव हुआ है।जिससे औली रोड पाले की जद में है और यहाँ कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।यहाँ सड़क मार्ग से पर्यटन स्थली औली आने वाले पर्यटकों को औली पहुँचने से पहले सड़कों पर पाला गिरने से वाहनों के रपटने और फिसलने से काफी मुश्किले हो रही है,कई पर्यटक वाहन औली रोड पर फिसल कर बाल बाल बचे हैं।